ईसीएल और सीसीएल के कार्मिक निदेशक विनय रंजन ने कहा है कि ईसीएल में फ़िलहाल ऑक्सीजन प्लांट की जरुरत नहीं है, ईसीएल में भरपूर ऑक्सीजन सिलेंडर हैं । लेकिन सीसीएल में दो ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे । उन्होंने कहा की कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या और ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए कोयला मंत्रालय ने बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने का निर्देश दिया है, ताकि ऑक्सीजन की कमी से किसी भी कोयला कर्मी की जान नहीं जा सके ।

विनय रंजन,डायरेक्टर पर्सनल , ईसीएल & सीसीएल
भारत सरकार की नवरत्न कंपनियों में से एक कोल इंडिया देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की मदद के लिए आगे आई है । उन्होंने कहा कि झारखंड के मरीजों के लिए दो ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। एक प्लांट रांची स्थित गांधीनगर सीसीएल केंद्रीय अस्पताल में लगाया जाएगा । यह प्लांट 700 लीटर प्रति मिनट की क्षमता के साथ 70 बेड को कवर करेंगे। वहीं दूसरे प्लांट की स्थापना रामगढ़ केंद्रीय अस्पताल में होगी। यह 500 लीटर प्रति मिनट की क्षमता के साथ 50 बेडों के लिए ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करेगा । दोनों ऑक्सीजन प्लांट लग जाने पर सीसीएल अस्पताल को बाहरी ऑक्सीजन सप्लायर्स पर निर्भर नहीं रहना होगा। गौरतलब है कि कोल इंडिया ने वित्तीय वर्ष 2021 में विशेष रूप से कोविड-19 के मद्देनजर 264 करोड़ रुपये का व्यय किया है जो सीएसआर का 50 प्रतिशत है। मालूम हो कि कोल इंडिया ने अपनी सीएसआर योजना के अंतर्गत शेष 20 ऑक्सीजन प्लांटों को विभिन्न जिला अस्पतालों में स्थापित करेगा। इसमें कुल 30.75 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।