मुगमा एरिया फिर से कैसे बना ईसीएल का कोहिनूर ?


 रिपोर्ट -पवन मोदी 


समाज में अमिट छाप छोड़ने वाली शख्शियतों से अराइज़ न्यूज़ अक्सर अपने दर्शकों , पाठकों से रू -ब- रू करवाता रहा है, ताकि लोग उनसे प्रेरणा ले सकें। इसी क्रम में आज हम बात कर रहे हैं ईसीएल मुगमा एरिया के महाप्रबंधक बिभाष चंद्र सिंह की, जिन्होंने अपनी कार्यकुशलता, नेतृत्व क्षमता और साहसिक निर्णयों से ईसीएल मुगमा एरिया यूनिट की तस्वीर बदल दी है।  आज ईसीएल मुगमा एरिया कोयला उत्पादन के मोर्चे पर नित नए नए कीर्तिमान बना रही है।  इस बदलाव के पीछे जिस व्यक्ति का सबसे बड़ा हाथ है, वो हैं ईसीएल मुगमा एरिया के महाप्रबंधक बिभाष चंद्र सिंह का।  इस बदलाव की कहानी को समझने के लिए थोड़ा  पीछे जाना होगा. जब बिभाष चंद्र सिंह ने ईसीएल मुगमा एरिया के महाप्रबंधक के रूप में पदभार संभाला, तो मुगमा एरिया के अंतर्गत आने वाली कई कोलयरी बंद होने के कगार पर थीं।  कई कोलयरी बंद भी हो चुकी थीं, जिसके चलते ईसीएल मुगमा एरिया का कोयला  उत्पादन लगातार पिछड़ रहा था. लेकिन बिभाष चंद्र सिंह ने इसे एक चुनौती के रूप में लिया अवर पूरी टीम को साथ लेकर अधिकारियों का निर्देश और सहयोग लेकर ताबड़तोड़ निर्णय किये। इसके साथ ही उन्होंने क्षेत्र में कोयले के अवैध उत्खनन , चोरी और तस्करी रोकने के लिए लगातार  छापेमारी की, जिसमें  उन्हें निरसा  एसडीपीओ विजय कुशवाह और उनकी टीम के साथ ही सीआईएसएफ का भी भरपूर सहयोग मिला। कुछ ही दिनों में परिणाम सामने आने लगे और  ईसीएल मुगमा एरिया एक बार फिर ईसीएल के कोहिनूर के रूप में उभरकर सामने आया। 

इसके साथ महाप्रबंधक बिभाष चंद्र सिंह ने जो सबसे अहम् काम किया, वो था बंद पड़ी कोलायरियों को फिर से शुरू करवाना।  इसके लिए जहां कहीं भी विवादित इश्यू आये , उन्होंने क्षेत्र की जनता के साथ बातचीत करके उन्हें हल किया। उन्होंने क्षेत्र  मेम रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए रोड सेल ई -ऑक्शन फिर से शुरू करवाया, जिससे बड़ी  संख्या में क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिला है, साथ ही इसका कंपनी को भी लाभ हुआ है। 

कोयले के अवैध उत्खनन, चोरी और तस्करी रोकने में उन्हें कई बार कोयला माफिया के हमलों का भी शिकार होना पड़ा , लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और निडरता से अपनी ड्यूटी करते रहे , जिससे धीरे-धीरे ही सही आज क्षेत्र से कॉल माफिया के पांव उखड़ने लगे हैं। बिभाष चंद्र सिंह अराइज़ न्यूज़ से बातचीत में कहते हैं , कि कोयला राष्ट्र की संपत्ति है और वो उसकी चोरी,तस्करी और अवैध उत्खनन नहीं होने देंगे, चाहें उन्हें इसके लिए जो भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े।  

ईसीएल मुगमा एरिया के महाप्रबंधक बिभाष चंद्र सिंह एक ऐसे अधिकारी हैं, जो कर्म मेम भरोसा रखते हैं। उन्होंने अपनी कर्तव्यनिष्ठा से साबित किया है कि अगर सही दिशा में ईमानदारी से काम किया जाये, तो किसी भी कंपनी की कायापलट की जा सकती है। ऐसे अधिकारियों का हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए, ताकि वो अपने पथ पर और अधिक दृढ़ता से काम कर देश सेवा कर सके।