पश्चिम बंगाल बन रहा है एकता की मिसाल , त्यौहारों को लेकर प्रशासन पूरी तरह तैयार

रिपोर्ट - तारकेश्वर राय 



सितम्बर-अक्टूबर महीने का बंगाल में अलग ही महत्व है। इस दौरान बंगाल में त्यौहारों का बोलबाला रहता है। राज्य में हर वर्ग, धर्म, सम्प्रदाय के लोग इन त्यौहारों को मिल जुलकर मनाते हैं । इनके आयोजनों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं । इन त्यौहारों के आने की खुशी में राज्य में महीनों पहले से तैयारियां शुरु हो जाती हैं। किसी के लिए यह त्यौहार रोजी रोटी का हिस्सा हैं, तो किसी के लिए आस्था का।




साम्प्रदायिक सद्भाव बंगाल की कितनी बड़ी पूंजी है, यह इन त्यौहारों के दौरान महसूस किया जा सकता है। इस दुर्लभ दृश्य को देखने के लिए देश-दुनिया से लोग बंगाल आते हैं। अगर आपको भी मौका मिले, तो इन दिनों बंगाल जरूर आइये और बंगाल के त्यौहारों और वहां की मिलीजुली संस्कृति का आनंद उठाइये। दुर्गा पूजा को लेकर पश्चिम बंगाल विश्व प्रसिद्ध है। यहां मां दुर्गा की प्रतिमा से लेकर मंडप या फिर आलोक सज्जा की बात ही कुछ और है। बंगाल में दुर्गा पूजा की छटा देखते ही बनती है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बंगाल में दुर्गा पूजा की रंगत देखने के लिए देश ही नहीं विदेश से भी लोग आते हैं। पश्चिम बंगाल की दुर्गापूजा के पंडाल अपने खास थीम के लिए चर्चा में रहते हैं । इस बार कोलकाता में पूजा समितियों ने पंडालों को पर्यावरण संरक्षण की थीम पर बनाया है। शहर के पश्चिमी किनारे पर खिदरीपुर 25 पल्ली में बने एक पंडाल में करीब 5 लाख प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल कर ग्लोबल वार्मिंग के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही पंडाल तक जाने वाले रास्ते को इलैक्ट्रानिक कचरे से बनाया जा रहा है। शहर के लोकप्रिय पंडालों में से एक अहिरितोला सर्बोजोनिन दुर्गोत्सब जल संकट को थीम बना रहा है। इसी तरह संतोषपुर झील पल्ली में बर्फ से ढकी 10 फिट ऊंची पहाड़ी पंडाल के गेट को सुशोभित करेगी।


इस बार आयोजकों में दुर्गा पूजा को लेकर  विशेष उत्साह है। हो भी क्यों ना, इस बार ममता बनर्जी सरकार की ओर से राज्य की हर दुर्गा पूजा कमेटी को सामुदायिक विकास कार्यक्रमों के लिए 25-25 हजार रुपये की मदद दी जा रही है।  पूरे राज्य में करीब 28 हज़ार दुर्गा पूजा कमेटियां हैं। इस तरह दुर्गा पूजा कमेटियों को इस बार अनुदान के रूप कुल 70 करोड़ रूपये जारी किये गये हैं। इतना ही नहीं, ममता सरकार ने दुर्गा पूजा कमेटियों को अन्य रियायतें देने की भी घोषणा की है। इस बार दुर्गा पूजा कमेटियों को बिजली के बिल में भी 25 फीसदी छूट मिलेगी। इसके अलावा कोलकाता पुलिस 5 हजार रूपये उन पूजा समितियों को देगी, जो महिलाओं के जरिए आयोजित की जाती हैं। दुर्गा पूजा कमेटियों को भारी भरकम राशि देने पर ममता बनर्जी का कहना है कि यह हमारी विरासत, पर्यटन, संस्कृति और सामुदायिक विकास को बढ़ावा देने के लिए है। उधर आगामी त्यौहारी सीजन को देखते हुए किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए राज्य सरकार ने सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये हैं। पड़ोसी राज्य और बांगाल सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गयी है। साथ ही केन्द्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियां भी स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं। इसके बावजूद लोगों को किसी भी तरह की असुविधा ना हो, इसके लिए प्रशासन की ओर से विशेष हेल्प लाईन नम्बर जारी किये गये हैं। पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पर्यटन विभाग का मोबाइल एप wbtourismpooja.in है, जिस पर दुर्गापूजा से संबंधित सारे पूजा स्थलों, पंडालों की जानकारी दी जाएगी। त्यौहारी सीजन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है, जिसमें पूजा देखने आये दर्शकों के बच्चे अक्सर खो जाते हैं। इसके लिए सभी पूजा कमेटियों को अपने अपने पंडालों के समीप शिशु शिविर लगाने को कहा गया है, ताकि उन बच्चों को सकुशल उनके परिवार तक पहुंचाया जा सके । इस बार दुर्गा पूजा में क्या-क्या खास है और शासन प्रशासन की ओर से इसे लेकर क्या तैयारियां की गयी हैं, इसी का जायजा लिया हमारे पश्चिम बंगाल ब्यूरो तारकेश्वर राय ने और बात की भिन्न-भिन्न क्षेत्रों की राज्य की बड़ी हस्तियों से।             कोलकाता महानगर में दुर्गा पूजा का आयोजन जिस धूमधाम से किया जाता है, वैसा शायद ही दुनिया के किसी दूसरे शहर में होता हो। इसमें पारम्परिक संस्कृति के साथ ही आधुनिकता की झलक मिलती है, जिसके चलते यहां देश-विदेश से दर्शक पूजा पंडालों को देखने के लिए आते हैं। इस कारण इस महानगर में इन दिनों लोगों का सैलाब उमड़ पड़ता है, जिसके चलते सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था भी एक बड़ी चुनौती लेकर आती है। इस बार सरकार की ओर से कई मंत्री और बड़े अधिकारी इस पूरी व्यवस्था को देख रहे हैं, जो सीधे मुख्यमंत्री को रिपोर्ट कर रहे हैं। राज्य सरकार के मंत्री मलय घटक का कहना है कि सरकार की ओर से इस त्यौहारी सीजन को सफल बनाने के लिए सभी इंतजाम किये गये हैं। इस मौके पर वो लोगों से प्रशासन के साथ सहयोग की अपील करते हैं। मंत्री मलय घटक का कहना है कि इन त्यौहारों को लेकर प्रशासन पूरी तरह सजग और सतर्क है, ताकि लोग बिना किसी चिंता के अपने त्यौहारों का आनंद उठा सके। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वो शान्तिपूर्वक ढंग से अपने त्यौहारों को मनायें और प्रशासन के साथ सहयोग करें।


मलय घटक मंत्री , पश्चिम बंगाल सरकार


पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा राज्य के उत्सव के रूप में मनाया जाता है। लोग पूजा के दिनों का इंतजार करते हैं । इसमें सभी धर्म, जाति के लोग शामिल होते हैं और प्रेम भाव से त्यौहारों का आनन्द लेते हैंप्रशासन की ओर से सभी व्यवस्थाएं की गई हैं, ताकि किसी तरह की परेशानी न होमैं सभी प्रदेशवासियों को पूजा की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।


इस त्यौहारी सीजन को देखते हुए महानगर में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये गये हैं, ताकि कोई अप्रिय घटना ना होने पाये। पुलिस प्रशासन ने पूजा आयोजकों से दिव्यांग बच्चों को प्रतिमा और पंडाल देखने के लिए दिन में एक निर्धारित समय की व्यवस्था करने का आग्रह किया है। कोलकाता के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर शीशराम झाझरिया का कहना है कि लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की है, लेकिन पुलिस बल तभी सफल होगा , जब आम नागरिक उसे सहयोग करे।


शीशराम झाझरिया ज्वाइंट कमिश्नर कोलकाता


दुर्गा पूजा को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना है। हर छोटे-बड़े पंडाल पर पुलिस की उपस्थिति रहेगी। किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना हो, इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है । लोग बेखौफ होकर पंडाल एवं प्रतिमा दर्शन कर सकते हैं। 


एलएन मीणा, कमिश्नर, विधाननगर


सभी पंडालों पर पुलिस की उपस्थिति रहेगी। किसी भी दर्शनार्थी को कोई समस्या ना हो, इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है। अफवाहों से बचें और प्रशासन का सहयोग करें।


अजब नारायण सिंह महामंत्री अखिल भारतीय संस्कृत परिषद


परिषद द्वारा रामनवमी के मौके पर विभिन्न अखाड़ों से रैली निकलती है, जिसमें हजारों लोग शामिल होते हैं । इस दौरान प्रशासन की व्यवस्था काफी चुस्त होती है, जिसके चलते कोई परेशानी नहीं होती। प्रशासन का पूरा सहयोग मिलता है।


चन्द्र मोहन मिश्रा कमांडेंट आरपीएफ, आसनसोल डिविजन


सुरक्षा के दृष्टिकोण से सर्च अभियान लगातार जारी है। हमारी टीम ने कुछ अपराधियों को पकड़ा भी है मैं देशवासियों को दुर्गा पूजा एवं दशहरे की शुभकामनाएं देता हूं।


उधर शिल्पांचल रीजन में भी लोगों में दुर्गा पूजा को लेकर खासा आकर्षण है। अक्सर देखा जाता है कि क्षेत्र के लोग अलग हटकर पंडाल बनाते हैं। इस बार का आकर्षण है अंडमान की जारवा जनजाति के जीवन पर बनने वाला पंडाल, जिसे इस्पात नगरी बर्नपुर स्थित एबी टाइप पूजा कमेटी द्वारा बनाया जा रहा है। कमेटी के अध्यक्ष निशिकान्त कुमार ने बताया कि पंडाल के भीतर जारवा जनजाति  की जीवन शैली की झलक देखने को मिलेगी। श्रद्धालु खुद को जारवा आदिवासी समुदाय के बीच पाएंगे। कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि पूजा - पंडाल के निर्माण में इको फ्रेंडली सामग्री का प्रयोग किया गया है।आसनसोल -दुर्गापुर पुलिस कमिश्नर डीपी सिंह के अनुसार, क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास इंतजाम किये गये हैं। दुर्गा पूजा सहित तमाम त्यौहारों को देखते हुए पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है, ताकि किसी भी तरह की कोई अनहोनी ना हो । दुर्गापुर के डीसी अभिषेक गुप्ता के मुताबिक, सुरक्षा की दृष्टि से सभी इलाकों में सर्च अभियान जारी है। बाहर से आने वाले श्रृद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो, इसके लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी किये गये हैं। विभिन्न पूजा पंडालों के पास दमकल की गाड़ियों को रखा गया है।


उधर पूर्वी बर्धमान में भी इस त्यौहारी सीजन को शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए सभी तैयारियां की गयी हैं। साथ ही किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कई टीमें बनाई गयी हैं। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं, ताकि असामाजिक तत्वों पर नज़र रखी जा सके। नगर के सभी भीड़भाड़ वाले इलाकों, चौराहों और पंडालों के पास अस्थाई चौकियां बनाई गयीं हैं, ताकि आम लोगों को पूजा अर्चना और प्रतिमा दर्शन में कोई परेशानी ना हो। शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गयी है।


वहीं वीरभूम में त्यौहारों को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। तारापीठ मन्दिर और दूसरे पूजा स्थानों और पंडालों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष इंतजाम किये गये हैं। क्षेत्र में सभी प्रमुख जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। जगह-जगह नई चौकियां बनाई गयी हैं। श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए प्रशासन द्वारा क्षेत्र के गणमान्य लोगों और पूजा कमेटी के लोगों के साथ लगातार बैठक की जा रही हैं। इसके साथ ही स्वयंसेवी संस्थाओं की भी मदद ली जा रही है।


जितेन्द्र तिवारी, मेयर आसनसोल


प्रशासन ने अपनी ओर से पूरी तैयारी की है, इन आयोजनों को अभूतपूर्व बनाने की। मैं उम्मीद करता हूं कि सभी त्यौहार शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न होंगे। मेरी लोगों से अपील है कि वो किसी ऐसे मैसेज को वायरल न करें, जिससे शान्ति व्यवस्था को खतरा हो। प्रशासन से सहयोग करें और अपने त्यौहारों का आनन्द लें। 


डीपी सिंह कमिश्नर, आसनसोल-दुर्गापुर


पुलिस सभी पूजा कमेटियों के साथ बैठक कर रोड मैप तैयार करने में जुटी है। सभी पंडालों में पुलिस बल की तैनाती की जा रही है। सीमावर्ती इलाकों में पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है। इस बात का ख्याल रखा जा रहा है कि दर्शनार्थियों को किसी तरह की परेशानी ना हो।


शशांक सेठी , डीएम पश्चिम बर्धमान


श्रृद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए आपदा प्रबंधन के पर्याप्त इंतजाम किये गये हैं, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से समय रहते निपटा जा सके। इसके साथ ही पेय जल व्यवस्था, ब्लड व्यवस्था, परिवहन व्यवस्था का भी प्रबंध किया गया है। जिले में बिजली की विशेष व्यवस्था की गयी है, जिससे रात के समय लोगों को आने-जाने में कोई परेशानी न हो। इसके साथ ही प्रशासन की ओर से एक व्हाट्सअप नम्बर भी जारी किया गया है, जिससे किसी को परेशानी हो, तो वो मदद ले सकते हैं। 


विजय भारती , डीएम पूर्वी बर्धमान


सभी पूजा कमेटियों को जरूरी निर्देश दिये गये हैं और उनका सख्ती से पालन करने को कहा गया है। संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी पूरी तरह से तैयार हैं। मुझे आशा है कि किसी को कोई परेशानी नहीं होगी। 


गौतम पात्रा , आईआरएस


प्रशासन की ओर से दुर्गा पूजा और दूसरे त्यौहारों को सफल बनाने के लिए जो तैयारियां की गयी हैं, वो सराहनीय हैं। मैं सभी क्षेत्रवासियों को उनके त्यौहारों की बधाई देता हूं और अपील करता हूं कि वो सामाजिक सौहार्द रखते हुए इसका आनन्द उठाएं।


श्याम सिंह, एसपी वीरभूम


सुरक्षा की दृष्टि से सभी इलाकों में सर्च अभियान जारी है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो, इसके लिए हेल्प लाइन नम्बर जारी किये गये हैं। मुझे उम्मीद है कि लोग पुलिस को सहयोग करेंगे और सभी त्यौहार शान्तिपूर्वक सम्पन्न होंगे।


प्रशान्त कुमार पजई, असिस्टेट लेबर कमिश्नर सेंट्रल


जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लग जाने और पुलिस चौकी  देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किये हैं। मुझे उम्मीद है कि सभी त्यौहार शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो जाएंगे। मैं सभी को आन्तरिक शुभकामनाएं देता हूं।


एवी कमलाकर सीईओ, दुर्गापुर स्टील प्लांट,सेल


दुर्गा पूजा का त्यौहार महिला सशक्तिकरण का अनुपम उदाहरण है। हमें दुर्गा मां की पूजा के साथ साथ घर की लक्ष्मी का भी सम्मान करना चाहिए, तभी यह त्यौहार सही अर्थों में सफल होगा। लोगों को चाहिए कि वो प्रशासन का सहयोग करें । मैं सभी देशवासियों को दुर्गा पूजा की बधाई देता हूं


निताई चटर्जी, सब डिविजनल फायर ऑफिसर


किसी भी पंडाल में कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। आपातकालीन स्थिति में कैसे निपटा जाए, इसके लिए आयोजकों को ट्रेनिंग दी जा रही है। एक विशेष कैमिकल सोल्यूशन के माध्यम से पंडाल बनाने का अनुरोध किया जा रहा है ताकि पंडालों में आग लगने की संभावना कम रहे । प्रवेश और निकासी के रास्ते बड़े होंगे ताकि किसी भी परिस्थिति में लोग अंदर आ जा सकें उम्मीद करता हूं शांतिपूर्ण ढंग से पूजा संपन्न होगी।