बीमा की रकम के लिए करवाई खुद की हत्या

रिपोर्ट -अजय शर्मा 


राजस्थान के भीलवाड़ा में आर्थिक तंगी से परेशान एक व्यक्ति ने सुपारी देकर खुद की ही हत्या करवा दी, ताकि उसके मरने के बाद उसके बीमे के 50 लाख रूपये उसके परिवार को मिल सकें। दरअसल उस व्यक्ति ने अपना बीमा इसी इरादे से कुछ दिन पहले ही करवाया था ,लेकिन पुलिस की तफ्तीश ने उसकी सारी कहानी खोल दी। 



बीते 3 सितम्बर को भीलवाड़ा जिले के मांगरोप थाने के गुवारड़ी में एक नाले से एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति की लाश मिली। लाश को देखकर ये अन्दाजा लगाना मुश्किल नहीं था, कि उस शख्स की हत्या की गयी है, क्योंकि मृतक व्यक्ति के दोनों पैर रस्सी से बंधे थे, जबकि उसका मुंह पॉलिथीन से बंधा था। लाश को देखकर प्रथमदृष्टया ऐसा लगता था कि उस व्यक्ति को गला घोंटकर मारा गया है। पुलिस ने जब उस लाश की शिनाख्त करवाई, तो मृत व्यक्ति की पहचान बलवीर सिंह खारोल के रूप में हुई। इसके बाद पुलिस ने अपनी जांच के क्रम में मृतक व्यक्ति की कॉल डिटेल निकाली और उस क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला, तो  पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे। इसके बाद पुलिस ने सारे सुरागों को कड़ी दर कड़ी जोड़ा, तो उसे राजवीर और सुनील यादव नाम के दो व्यक्तियों पर शक हुआ। राजवीर बलवीर का बिजनेस पार्टनर भी रह चुका था, जबकि सुनील यादव को उत्तर प्रदेश से बुलाया गया था। इसके बाद जब पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उन्होंने पहले तो पुलिस को अपनी बातों में उलझाने की कोशिश की, लेकिन जब पुलिस ने उनसे सख्ती दिखाई और मामले के सबूत दिखाये, तो वो टूट गये और अपना गुनाह कबूल कर लिया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि बलवीर ने ही उन्हें अपनी हत्या की सुपारी दी थी और यह सौदा 80 हजार रूपये में तय हुआ था, जिसमें से 10 हजार रूपये उन्हें बतौर एडवांस मिले थे। जांच में यह बात सामने आई कि बलवीर बतौर फायनेंसर काम करता था। उसने मार्किट से पैसे लेकर उसे ब्याज पर कई लोगों को दे रखा था। लेकिन पिछले कुछ दिनों से न तो उसे अपना मूलधन ही मिल पा रहा था और ना ही उसका  ब्याज, जिसके चलते वो आर्थिक रूप से बुरी तरह टूट चुका था। उसके घर खर्च में भी दिक्कतें आ रहीं थी। ऊपर से कर्जदारों का उस पर भारी  दबाव था। वो आर्थिक परेशानियों से इतना टूट चुका था कि उसने अपनी जिंदगी खत्म करने की सोच ली, लेकिन उसे चिंता थी कि उसकी मौत के बाद उसके बच्चों का पालन पोषण कैसे होगा। इस पर उसने एक खतरनाक योजना बनाई। योजना के तहत बलवीर ने बीते 3 अगस्त को अपना 50 लाख रूपये का बीमा करवाया और उसका पहले महीने का प्रीमियम भी जमा कर दिया। इस बीमे का दावा 28 अगस्त से शुरू होना था ,लिहाजा उसने अपनी जिंदगी 2 सितम्बर को खत्म करने की ठान ली। इसके लिए उसने अपने एक साथी राजवीर और उत्तर प्रदेश के रहने वाले सुनील यादव को अपनी हत्या की सुपारी दे दी। सौदा 80 हजार में तय हुआ । योजना के तहत राजवीर और सुनील ने बलवीर की हत्या कर दी और उसकी लाश को गवारड़ी में एक नाले में फेंक आये। उधर पुलिस बलवीर के भाई की तहरीर पर उसकी तलाश कर ही रही थी कि इसी बीच उसे बलवीर की लाश मिल गयी, जिसके बाद मामले से पर्दा उठते देर न लगी। फिलहाल पुलिस यह पता करने में जुटी है कि बलवीर के प्लान के बारे में क्या उसके परिवार को पता था?