बिहार मे अपराधियों का नंगा नाच , दिनदहाड़े जज से की लूट और हाथापाई

 



रिपोर्ट- बाबर अब्दुल्हा 


बिहार में अपराधी किस कदर बेख़ौफ़ हैं , इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब वो जजों और आला अधिकारियों को भी निशाना बनाने लगे हैं।  ताज़ा मामला सामने आया है , भागलपुर में जहां जिले के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रीतम कुमार रतन जब बाजार में खरीदारी के लिए अपनी गाड़ी से उतर रहे थे, कि इसी बीच स्कूटी सवार दो युवकों ने उनकी गाड़ी को पीछे से टक्कर मार दी।  इस पर जब जज साहब ने उन युवकों को समझाने  की कोशिश की, तो वो उलटे जज साहब से ही बदतमीजी करने लगे .। उन गुंडों की हैवानियत यहीं नहीं थमी। उन गुंडों ने पिस्टल के दम पर जज साहब से उनके पैसे, सोने की अंगूठी, पर्स और कुछ जरूरी कागजात भी छीन लिए। हालांकि गाड़ी पर लगी न्यायधीश की प्लेट को देखकर वो गुंडे अब तक यह भी जान चुके थे कि वो यह हरकत जिले के न्यायधीश के साथ कर रहे हैं। उधर इस दौरान जज साहब ने डीएसपी मुख्यालय को भी फोन मिलाया, लेकिन मौके पर कोई नहीं पहुंचा। इसे गुंडों का खौफ कहें या समाज से मिट रही संवेदनहीनता , कि इस दौरान पास खड़े  लोग भी तमाशबीन बने रहे , किसी ने उन गुंडों को रोकने की कोशिश नहीं की।  इसके बाद जज साहब ने तिलकमांझी थाने  फोन किया, जिसके काफी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची , लेकिन तब तक हथियार रखने वाला एक गुंडा फरार हो चुका था।  हालांकि पुलिस ने मौके से एक गुंडे और स्कूटी को अपनी गिरफ्त में ले लिया। 


भागलपुर में लूट और डकैती की यह पहली वारदात नहीं है। .पिछले एक महीने में ही जिले में इस तरह की कई वारदातें हो चुकी हैं , लेकिन पुलिस सांप जाने के बाद लकीर पीटती रह जाती है। यही वजह है कि गुंडे अपराधियों में पुलिस का कोई खौफ नहीं है , जबकि लोग डर के साये में जीने को मजबूर हैं।