रिश्तों का कत्ल


कहते हैं कि शक एक ऐसी लाइलाज बीमारी है, जिसका इलाज हकीम लुकमान के पास भी नहीं था। अगर किसी व्यक्ति के दिमाग में शक का बीज पड़ जाये, तो उसे हैवान बनते देर नहीं लगती।


उड़ीसा के नबरंगपुर जिला में एक व्यक्ति को यह शक था कि उसकी पत्नी के किसी और पुरूष के साथ संबंध है। यहां तक कि उसकी छोटी बेटी भी उसकी पत्नी के नाजायज संबंधों का नतीजा है। इसी बीच एक दिन उस व्यक्ति ने अपनी पत्नी को एक पड़ोसी से बात करते देख लिया। फ़िर क्या था, शक में अंधा वो व्यक्ति ऐसा पगलाया कि उसने अपनी पत्नी और छह महीने की अपनी बेटी की आग लगाकर हत्या कर दी। उड़ीसा के कसागुमड़ा ब्लॉक के कोडिंगा थाना अन्तर्गत चिरमा गांव के टंकाधर भत्ना ने अपने पड़ोस के गांव की रहने वाली लीलावती भत्रा से करीब पांच साल पहले पांचवीं शादी की थी। टॅकाधर ने लीलावती को अपने प्रेम जाल में ऐसा फंसाया, कि लीलावती ने अपने परिवार को दरकिनार करके अपने से उम्र में 24 साल बड़े एंकाधर से भागकर शादी कर ली। इससे पहले उसकी तीन पत्नियां उसके दुर्व्यवहार और क्लैश के चलते घर छोड़कर चली गयी, जबकि उसकी चौथी पत्नी की बीमारी के चलते संदिग्ध अवस्था में मौत हो गयी थी। इसके बाद ट्रेकाधर एक पंथ का सदस्य बन गया और खानाबदोश जिंदगी जीने लगा। लेकिन लीलावती के साथ पांचवीं शादी के बाद काधर की जिंदगी एक बार फ़िर से पटरी पर आ गयी थी। इस दौरान लीलावती ने दो बच्चियों को भी जन्म दिया। लेकिन छोटी बेटी के जन्म के बाद काधर को लीलावती के ऊपर शक होने लगा। उसे यहां तक शक था कि उसकी दूसरी बेटी भी उसकी पत्नी के नाजायज संबंधों की उपज है। इस पर टंकाधर आये दिन अपनी पत्नी लीलावती के साथ मारपीट करता और उसे उसके मायके भेज देता। इस पर कई बार टंकाधर का अपने ससरालवालों के साथ झगड़ा भी हुआ। इस मामले में एफ़आईआर भी दर्ज हुई और मामला फिलहाल कोर्ट में चल रहा है। इसी बीच एक दिन जब इस मामले की कोर्ट में पेशी थी, तो कोर्ट से लौटकर आकर टंकाधर अपनी पत्नी से झगड़ा करने लगा और पत्नी के साथ ही ससुराल वालों को भला बुरा कहने लगा। पत्नी पर शक उसे पहले ही था और इस मामले से वो और चिढ़ गया। इस पर जब पत्नी लीलावती ने उसे समझाने की कोशिश की, तो वो आपा खो बैठा और अपनी पत्नी लीलावती व अपनी छोटी बेटी भारती के ऊपर मिट्टी का तेल छिड़ककर, उन्हें आग के हवाले कर दिया। इसके बाद टंकाधर अपनी बड़ी बेटी को लेकर थाने पहुंच गया और सारी कहानी बयां कर दी। उधर टंकाधर की बात सुनकर थाना प्रभारी कृष्ण चन्द्र भत्ना तुरंत ही मौके पर पहुंच गये, लेकिन तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी। लीलावती और उसकी बेटी भारती जलकर राख हो चुकी थी। फ़िलहाल पुलिस ने आईपीसी की धारा 302/498/201 के तहत मामला दर्ज करके आरोपी  को गिरफ्तार कर लिया है और वो आगे की कार्रवाई में जुट गयी है, ताकि उसे जल्द से जल्द उसके गुनाहों की उचित सजा मिल सके। आरोपी को उसके किये की क्या सजा मिलेगी, यह तो समय बताएगा, लेकिन इस घटना ने एक बार फ़िर यह बात साबित कर दी है कि शक में अन्धा इंसान अपनों का भी खून बहाने से गुरेज नहीं करता